शब्द का अर्थ
|
पूँजी :
|
स्त्री० [सं० पुँज] १. जोड़ा या जमा किया हुआ धन। २. विशेषतः ऐसा धन जो और अधिक धन कमाने के उद्देश्य से व्यापाक आदि में लगाया गया हो अथवा ऋण आदि पर उधार दिया गया हो। मूलधन। (कैपिटल) ३. सम्पत्ति, विशेषतः ऐसी सम्पत्ति जिससे आय होती हो। जैसे—विधवा की पूँजी यही एक मकान था। ४. उन सब वस्तुओं का समूह जो पास में हो। ५. किसी विषय में किसी की सारी योग्यता या ज्ञान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजी :
|
स्त्री० [सं० पुँज] १. जोड़ा या जमा किया हुआ धन। २. विशेषतः ऐसा धन जो और अधिक धन कमाने के उद्देश्य से व्यापाक आदि में लगाया गया हो अथवा ऋण आदि पर उधार दिया गया हो। मूलधन। (कैपिटल) ३. सम्पत्ति, विशेषतः ऐसी सम्पत्ति जिससे आय होती हो। जैसे—विधवा की पूँजी यही एक मकान था। ४. उन सब वस्तुओं का समूह जो पास में हो। ५. किसी विषय में किसी की सारी योग्यता या ज्ञान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीदार :
|
पुं० [हिं० पूँजी+फा० दार] [भाव० पूँजीदारी] १. वह जिसके पास अधिक या अत्यधिक पूँजी या धन-संपत्ति हो। २. वह जो आर्थिक लाभ के लिए किसी उद्योग या व्यवसाय में पूँजी या धन लगाता हो। पूँजीपति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीदार :
|
पुं० [हिं० पूँजी+फा० दार] [भाव० पूँजीदारी] १. वह जिसके पास अधिक या अत्यधिक पूँजी या धन-संपत्ति हो। २. वह जो आर्थिक लाभ के लिए किसी उद्योग या व्यवसाय में पूँजी या धन लगाता हो। पूँजीपति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीदारी :
|
स्त्री० [हिं० पूँजीदार] १. पूँजीदार होने की अवस्था या भाव। २. दे० ‘पूँजीवाद’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीदारी :
|
स्त्री० [हिं० पूँजीदार] १. पूँजीदार होने की अवस्था या भाव। २. दे० ‘पूँजीवाद’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीपति :
|
पुं० [हिं० पूँजी+सं० पति] १. जिसके पास अधिक पूँजी हो। २. ऐसा व्यक्ति जो लाभ की दृष्टि से विभिन्न उद्योग-धन्धों में पूँजी लगाता हो। पूँजीदार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीपति :
|
पुं० [हिं० पूँजी+सं० पति] १. जिसके पास अधिक पूँजी हो। २. ऐसा व्यक्ति जो लाभ की दृष्टि से विभिन्न उद्योग-धन्धों में पूँजी लगाता हो। पूँजीदार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीवाद :
|
पुं० [हिं० पूँजी+सं० वाद] १. आधुनिक अर्थशास्त्र में, वह आर्थिक प्रणाली या व्यवस्था जिसमें देश के प्रमुख उत्पत्ति तथा वितरण के साधनों पर धनिकों या पूँजीपतियों का व्यक्तिगत रूप से पूरा अधिकार होता है। इसमें धनवान् लोग अपनी पूँजी से वस्तुओं का उत्पादन करते-कराते और उसका सारा लाभ अपने सुख-भोग तथा पूँजी बढ़ाने में लगाते हैं। (कैपिटलिज़्म)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीवाद :
|
पुं० [हिं० पूँजी+सं० वाद] १. आधुनिक अर्थशास्त्र में, वह आर्थिक प्रणाली या व्यवस्था जिसमें देश के प्रमुख उत्पत्ति तथा वितरण के साधनों पर धनिकों या पूँजीपतियों का व्यक्तिगत रूप से पूरा अधिकार होता है। इसमें धनवान् लोग अपनी पूँजी से वस्तुओं का उत्पादन करते-कराते और उसका सारा लाभ अपने सुख-भोग तथा पूँजी बढ़ाने में लगाते हैं। (कैपिटलिज़्म)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीवादी :
|
पुं० [हिं०+सं०] वह जो पूँजीवाद से सिद्धान्त मानता हो या उसका अनुयायी हो। वि० पूँजीवाद-संबंधी। जैसे—पूँजीवादी आर्थिक व्यवस्था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूँजीवादी :
|
पुं० [हिं०+सं०] वह जो पूँजीवाद से सिद्धान्त मानता हो या उसका अनुयायी हो। वि० पूँजीवाद-संबंधी। जैसे—पूँजीवादी आर्थिक व्यवस्था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |