शब्द का अर्थ
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पितृ-तर्पण :
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पुं० [ष० त०] १. पितरों के उद्देश्य से किया जानेवाला जलदान। विशेष दे० तर्पण। २. तिल जिसमें पितरों का तर्पण किया जाता है। ३. गया नामक तीर्थ जहाँ श्राद्ध करने से पितरों का प्रेतयोनि से मुक्त होना माना जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पितृ-तर्पण :
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पुं० [ष० त०] १. पितरों के उद्देश्य से किया जानेवाला जलदान। विशेष दे० तर्पण। २. तिल जिसमें पितरों का तर्पण किया जाता है। ३. गया नामक तीर्थ जहाँ श्राद्ध करने से पितरों का प्रेतयोनि से मुक्त होना माना जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |