शब्द का अर्थ
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त्रिण :
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पुं० तृण।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
त्रिण-ता :
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पुं० [सं० मध्य० स० णत्व] सामगान की एक प्राणाली जिसमें एक विशेष प्रकार से उसकी (३+९) सत्ताईस आवृत्तियाँ करते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
त्रिण्ह :
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वि०=तीन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |