शब्द का अर्थ
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ढीठ :
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वि० [सं० धृष्ट] [भाव० ढिठाई] १. जो जल्दी किसी से डरता न हो और जो भय या संकट के समय भी अपने स्थान या हठ पर अड़ा रहता हो। जैसे–शहरों के बन्दर बहुत ढीठ होते हैं। २. जो प्रायः ऐसे अवसरों पर भी संकोच न करता हो जहाँ बड़ों की मान-मर्यादा का ध्यान रखना आवश्यक हो। जैसे–स्त्रियों को इतना ढीठ नहीं होना चाहिए। ३. जो जान-बूझ कर और हठ-वश ही बड़ों की आज्ञा-पालन न करता हो या उनका निषेध न मानता हो। जैसे–यह लड़का दिन-पर-दिन बहुत ढीठ होता जा रहा है। ४. साहसी। हिम्मतवर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ढीठता :
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स्त्री० [हिं० ढीठ+ता (प्रत्यय)] ढीठ होने की अवस्था, गुण या भाव। ढिठाई। धृष्टता। (असिद्ध रूप)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ढीठयौ :
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स्त्री० [हिं० ढीठ] धृष्टता। ढिठाई। उदाहरण–-त्यों त्यौं अति मीठी लगति ज्यों ज्यों ढीठयौ देइ।–बिहारी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ढीठा :
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वि=ढीठ।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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