शब्द का अर्थ
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घबराना :
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अ० [सं० गह्रर या हिं० घड़बड़ाना] १. आशंका या भय उत्पन्न होने पर मन में धुकधुकी होने लगना। डर के कारण हृदय काँपने लगना। कुछ विकल होना। जैसे–(क) अधिकारी के नाम से ये कर्मचारी घबराते हैं। (ख) इन बीमारियों से शहर वाले घबरा गये हैं। २. कोई काम करने से भय आदि के कारण हिचकना। जैसे–थाने जाने से वह न जाने क्यों घबराता है। ३. आश्चर्य आदि के कारण भौचक्का होना। सकपकाना। जैसे–इतने आदमियों को एक साथ देखकर वह घबरा गया। ४. कोई काम करते-करते उससे जी उकता,उचट या ऊब जाना। जैसे–यहाँ रहते-रहते वह घबरा गये हैं। ५. किसी व्यक्ति, समाचार आदि की प्रतीक्षा करते-करते बहुत अधिक बेचैन या विकल होना। जैसे–आपके समय से न पहुँचने से सारा घर घबरा रहा था। स० १. ऐसी स्थिति उत्पन्न करना कि कोई अधीर या विकल होकर यह निश्चय न कर सके कि क्या करना चाहिए और क्या न करना चाहिए। २. इतना उद्विग्न करना कि दूर होने या हट जाने को जी चाहने लगे। ३. किसी के मन में आतुरता और चंचलता उत्पन्न करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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