शब्द का अर्थ
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गाढ़ा :
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वि० [सं० गाढ़] १. (पदार्थ) जिसमें तरलता अपेक्षया कम हो। जो अधिक तरल या पतला न हो। जैसे–गाढ़ा दूध, गाढ़ी भाँग (या उसका घोल)। मुहावरा–गाढ़ी छनना=गाढ़ी भाँग पीयी जाना जिसमें खूब नशा हो। २. (रंग) जो अधिक गहरा हो। बहुत हलका न हो। जैसे–गाढ़ा लाल, गाढ़ा हरा। ३. (वस्त्र) जिसके सूत परस्पर खूब मिले हो। ठस बुनावटवाला और अपेक्षया मोटा। ४. दृढ़। पक्का। उदाहरण–गयौ लंक गाढ़ौ गह्रयौ-चंदवरदाई। ५. (संबंध) जिसमें आत्मीयता, घनिष्टता आदि की अधिकता हो। जैसे–गाढ़ी दोस्ती। मुहावरा–(आपस में) गाढ़ी छनना= (क) घनिष्ट मित्रता होना। (ख) खूब घुल मिलकर परामर्श या बातें होना। ६. उग्र। प्रचंड। जैसे–गाढ़ी शत्रुता। ७. बहुत ही कठिन या विकट। जैसे–गाढ़े दि। ( दे०) उदाहरण–तिन्हहि सराप दीन्ह अतिगाढ़ा।–तुलसी। ८. जिसमें बहुत अधिक परिश्रम होता हो या हुआ हो। पद-गाढ़े की कमाई-बहुत परिश्रम से कमाया हुआ धन। ९. जिसमें कष्ट संकट आदि की अधिकता हो। जैसे–गर्भवती या प्रसूता के गाढ़े दिन। पुं० १. कष्ट विपत्ति या संकट की अवस्था प्रसंग या समय। जैसे–गाढ़े में जल्दी कोई साथ नहीं देता। २. जुलाहे का बुना हुआ देशी मोटा सूती कपड़ा। ३. मस्त हाथी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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