शब्द का अर्थ
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अहै :
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अ० [सं० अस्] पुरानी हिंदी और ब्रजभाषा में होना क्रिया का सामान्य वर्त्तमानकालिक रूप हैं।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अहैतुक :
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वि० [सं० हेतु+ठञ्-क, न० त०] जिसमें या जिसका कोई हेतु या कारण न हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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