शब्द का अर्थ
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अखर :
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वि० पुं०=अक्षर। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अखरताली :
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स्त्री० [सं० अक्षर+तल) हस्ताक्षर। दस्तखत।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अखरना :
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अ० [सं० खर=तीव्र या कटु] अप्रिय या बुरा लगना। खलना। २. कष्टदायक या दुःखदायी जान पड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अखरा :
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वि० [सं० अ+हिं० खरा=सच्चा] जो खरा या सच्चा न हो। झूठा या बनावटी। पुं०=अक्षर। पुं० बिना छाना हुआ जौ का आटा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अखरावट :
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स्त्री० [सं० अक्षरावर्त्तन पा० अक्खरावट्टन] १. वर्ण-माला। २. लिखने का ढंग। लिखावट। ३. वह कविता जिसमें चरण या पद वर्ण-माला के अक्षरों के क्रम से आरंभ होते हों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अखरावटी :
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स्त्री०=अखरावट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अखरोट :
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पुं० [सं० अक्षोट] १. एक प्रसिद्ध वृक्ष जो भूटान से अफगानिस्तान तक होता है। २. उक्त वृक्ष को छोटा गोल फल जिसकी गिनती मेवों में से होती है। (वाँलनट) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अखरौटी :
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स्त्री० [सं० अक्षरार्त्तन] १. अखरावट। २. सितार आदि बाजों पर राग के बोल अलग-अलग और साफ निकालने की क्रिया।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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अखर्व :
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वि० [न० त०] १. जो खर्च या छोटा न हो। बड़ा। २. लंबा। |
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समानार्थी शब्द-
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