शब्द का अर्थ
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सारोपा :
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स्त्री० [सं०] साहित्य में, लक्षण का एक प्रकार का भेद जो उस समय माना जाता है जब उपमेय में उपमान का इस प्रकार आरोप होता है कि उपमेय से उपमान का कोई विशिष्ट गुण या धर्म सूचित होने लगे। जैसा—विद्या में आप बृहस्पति हैं, अर्थात आप बृहस्पति के समान विद्वान हैं। इसके गौण सारोप तथा शुद्ध सारोपा दो भेद हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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