शब्द का अर्थ
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सामक :
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वि० [सं०] सामवेद संबंधी। पुं० १. वह जो सामवेद का अच्छा ज्ञाता हो। २. वह मूल धन जो ऋण स्वरूप लिया या दिया गया हो। कर्ज का असल रुपया। ३. सान रखने का पत्थर पुं०=श्यामक (साँवाँ)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सामकारी :
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वि० [सं० सामकारिन्-साम√कृ (करना)+ण्नि] जो मीठए वचन कहकर किसी को ढारस देता हो। सांत्वना देने वाला। पुं० एक प्रकार का सामगान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |