शब्द का अर्थ
|
वर्ति :
|
स्त्री० [सं०√वृत्त+इन्०] १. बत्ती। २. अंजन। ३. घाव में भरी जानेवाली कपड़े आदि की बत्ती। ४. औषध बनाने के काम या क्रिया। ५. उबटन। ६. गोली। बटी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वर्तिक :
|
वि० [सं०√वृत्त+तिकन्०] १. बत्ती से सम्बन्ध रखनेवाली। बत्ती का। बत्ती से युक्त। जिसमें बत्तियाँ हों। उदाहरण-बन सहस्र वर्तिका नीराजन।–दिनकर। अ०बटेर नामक पक्षी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वर्तिक :
|
पुं० [सं०√वृत्त+इतच्] बटेर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वर्तिका :
|
स्त्री० [अ०वर्तिक+टाप्] १. बत्ती। २. बटेर पक्षी। ३. मेढ़ासिंगी। ३. सलाई। ४. पेंसिल की तरह का एक उपकरण जो रेखाचित्र बनाने के काम आता था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वर्तित :
|
भू०कृ० [सं०√वृत्त+णिच्+क्त] १. घुमाया या चलाया हुआ। २. संपादित किया हुआ। ३. बिताया हुआ। ४. ठीक या दुरुस्त किया हुआ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वर्तिलेख :
|
पुं० [सं०] बहुत लंबे और मुट्ठे की तरह लपेटे जानेवाले कागज पर लिखा हुआ लेख। खर्रा। (स्क्रोल) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |