शब्द का अर्थ
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माँच :
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पुं० [देश] १. पाल में हवा लगने के लिए चलते हुए जहाज का रूख कुछ तिरछा करना। (लश०) २. पाल के नीचेवाले कोने में बँधा हुआ वह रस्सा जिसकी सहायता से पाल को आगे बढाकर या पीछे हटाकर हवा के रूख पर करते हैं। (लश०) स्त्री०=माच। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माँचना :
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अ० [हिं० मचना] १. प्रसिद्ध होना। २. लीन होना। उदाहरण—स्याम प्रेम रस माँची।—सूर। अ०=मचना। स०=मचाना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माँचा :
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पुं० [सं० मंच, संज्ञा] [स्त्री० अल्पा० माँची] १. पलंग। खाट। २. बैठने की पीढ़ी। ३. मचान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |