शब्द का अर्थ
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भांडार :
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पुं० [सं० भांड√ऋ (गति)+अण्] १. वह कमरा या कोठरी जिसमें घरेलू उपयोग में आनेवाली तरह-तरह की बहुत-सी चीजें रखी जाती है। २. वह स्थान जहाँ बेची जानेवाली बहुत सी वस्तुएं जमा की तथा सुरक्षित रखी जाती है। (स्टाक) ३. आधार स्थान। ४. कोश। खजाना। |
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समानार्थी शब्द-
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भांडार-पंजी :
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स्त्री० [सं० ष० त०] वह पंजी या बही जिसमें भाँडार में रखी जानेवाली चीजों की संख्या और विवरण लिखा रहता है। (स्टाक-बुक) |
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भांडार-पाल :
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पुं० [सं० भांडार√पाल्+णिच्+अच्] १. भांडार का मुख्य अधिकारी। २. वह जिसका भांडार हो। भांडार का स्वामी। (स्टाकिस्ट) |
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भांडारी (रिन्) :
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पुं० [सं० भांडार+इनि] भांडारपाल। (दे०) |
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