शब्द का अर्थ
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बिचौली :
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पुं० [हिं० बीच+औली (प्रत्यय)] १. वह व्यक्ति जो उत्पादक से माल खरीदकर और बीच में कुछ नफा खाकर दुकानदारों आदि के हाथ बेचता हो। वह व्यक्ति जो किसी प्रकार का देन चुकानेवालों से वसूल करके मूल अधिकारी या स्वामी को देता हो और इस प्रकार बीच में स्वयं भी कुछ लाभ करता हो। (मिडिल मैन, उक्त दोनों अर्थों में) जैसे—जमींदार, जागीरदार आदि सरकार और किसानों के बीच में रहकर बिचौली का काम करते थे। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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