शब्द का अर्थ
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बाह्म :
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पुं० [सं०=बहिस्+यञ्, लि-लोप] १. बाहरी। बाहर का। २. प्रस्तुत विषय से भिन्न। ३. किसी भूल से अलग या भिन्न। जैसे—ब्राह्म प्रभाव। ४. समस्त पदों के अंत में क्षेत्र परिदि सीमा के बाहर रहने या होनेवाला। जैसे—आलंबन ब्राह्य=स्वयं आलंबन में न होकर उससे अलग और खुले हुए स्थान में होनेवाला। जैसे—ब्राह्य खेल। पुं० [सं० बाह्म] १. भार ढोनेवाला पशु। जैसे—बैल आदि। २. यान। सावरी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बाह्मन :
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पुं०=ब्राह्मण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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