शब्द का अर्थ
|
बनि :
|
अव्य० [हिं० बनाना] पूर्णरूप से अच्छी तरह। बनाकर। उदाहरण—अमित काल मै कीन्ह मजूरी आजु दीन्ह विधि बनि भलि भूरी।—तुलसी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिक :
|
पुं०=बणिक। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिज :
|
पुं० [सं० वाणिज्य] १. रोजगार। व्यापार। २. व्यापार की वस्तु। सौदा। ३. ऐसा आसामी जिससे यथेष्ठ आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा सके। ४. धनी या सम्पन्नी यात्री। (ठग)। क्रि० प्र०—फँसाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिजना :
|
स० [सं० वाणिज्य, हिं० बनिज+ना (प्रत्यय)] १. खरीदना और बेचना। रोजगार करना। २. मोल लेना। खरीदना। ३. किसी को मूर्ख बनाकर कुछ रुपये ठगना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिजारा :
|
पुं०=बनजारा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिजारिन :
|
स्त्री ०=बनजारिन। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिजारी :
|
स्त्री०=बनजारिन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिजी :
|
वि० [सं० वणिज्] वाणिज्य-संबंधी। पुं० घूम-घूमकर सौदा बेचनेवाला व्यापारी। पेरीदार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनित :
|
स्त्री० [हिं० बनना] बानक। बाना। वेश। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिता :
|
स्त्री० [स० बनिता] १. स्त्री० औरत। २. जोरू पत्नी। भार्या। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिनि :
|
स्त्री० [हिं० बनना] १. बनावट। २. बनाव-सिंगार। ३. सजावट। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिया :
|
पुं० [सं० वणिक्] [स्त्री० बनियाइन, बनैनी] १. व्यापार करने वाला व्यक्ति। व्यापारी। वैश्य। च आटा, दाल, नमक मिर्च आदि बेचनेवाला दुकानदार। मोदी। ३. लाक्षणिक अर्थ में, व्यापारिक मनोवृत्तिवाला फलतः स्वार्थी व्यक्ति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनियाइन :
|
स्त्री० [अ० बैनियन] कमीज, कुरते आदि के नीचे पहनने का एक तरह का सिला हुआ कम लम्बा पहनावा। गंजी। स्त्री० हिं० ‘बनिया’ का स्त्री० । (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिस्बत :
|
अव्य० [फा०] किसी की तुलना या मुकाबले में० अपेक्षया। जैसे—उस कपड़े की बनिस्बत यह कपड़ा कहीं अच्छा है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनिहार :
|
पुं० [हिं० बन+हार (प्रत्यय) अथवा हिं० बन्नी] वह आदमी जो कुछ वेतन अथवा उपज का अंश लेकर दूसरों की जमीन जोतने, बोने, फसल आदि काटने और खेत की रखवाली का काम करता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |