शब्द का अर्थ
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पीड़नीय :
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वि० [सं० पीडनीय से] १. जिसका पीड़न हो सके या किया जाने को हो। २. जिसे कष्ट पहुँचाया या पहुँचाया जाने को हो। पुं० याज्ञवल्क्य स्मृति के अनुसार ऐसा राजा या राज्य जो अच्छे मंत्री और उपयुक्त सेना से रहित हो और इसी लिए सहज में दबाकर अपने अधिकार में किया जा सकता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पीड़नीय :
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वि० [सं० पीडनीय से] १. जिसका पीड़न हो सके या किया जाने को हो। २. जिसे कष्ट पहुँचाया या पहुँचाया जाने को हो। पुं० याज्ञवल्क्य स्मृति के अनुसार ऐसा राजा या राज्य जो अच्छे मंत्री और उपयुक्त सेना से रहित हो और इसी लिए सहज में दबाकर अपने अधिकार में किया जा सकता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |