शब्द का अर्थ
|
तारतम्य :
|
पुं० [सं० तारतम+ष्यञ्] [वि० तारतम्यिक] १. ‘तर’ और ‘तम’ होने की अवस्था या भाव। एक दूसरे की तुलना में घट और बढ़कर होने की अवस्था या भाव। २. उक्त प्राकर की दृष्टि से की जानेवाली तुलना या पारस्परिक मिलान। ३. उक्त प्रकार के विचारों से लगाया जानेवाला क्रम या सिलसिला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तारतम्य-बोध :
|
पुं० [ष० त०] आपेक्षिक स्थितियों या चीजों के घट-बढ़ होने का ज्ञान। सापेक्ष संबध का ज्ञान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |