शब्द का अर्थ
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तड़ाग :
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पुं० [सं०√तड़+आग] १. तालाब। २. हिरन फँसाने का फंदा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तड़ागना :
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अ० [अनु०] १. डींग मारना। २. उछल-कूद मचाना। ३. प्रयत्न करना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तड़ागी :
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स्त्री० [सं० तड़ाग] १. करधनी। २. कटि। कमर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |