शब्द का अर्थ
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छिपना :
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अ० [सं० क्षिप्=डालना] १. दूसरों की दृष्टि से ओझल होने के लिए आड़ के पीछे खड़े होना अथवा किसी गुप्त स्थान में चले जाना। जैसे–चोर अलमारी के पीछे छिप गया था। २. किसी चीज का इस प्रकार ढका जाना कि वह दृश्य न रहे। जैसे–वस्त्र से अंग छिपाना, बादलों में सूर्य छिपना। ३. किसी ऐसे स्थान या स्थिति में होना कि दूसरों को जल्दी उसका पता न लग सके। जैसे–वे छिप-छिपे चालें चलते हैं। ४. जो प्रकट या प्रत्यक्ष न हो। ५. अस्त होना, जैसे–दिन छिपना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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