शब्द का अर्थ
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घोला :
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पुं० [हिं० घोलना] १. किसी वस्तु को जल में घोलकर बनाया हुआ मिश्रण। जैसे–अफीम या भाँग का घोला। मुहावरा–घोले में डालना=(क) रोक या फँसा रखना। उलझन में डाल रखना। (ख) किसी काम में टाल-मटोल करना। घोले में पड़ना=झंझट या बखेड़े में पड़ना, ऐसे काम में फँसना जो जल्दी पूरा न हो। २. वह नाली जिससे खेत सींचने के लिए पानी ले जाते हैं। बरहा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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