शब्द का अर्थ
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घुंड़ी :
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स्त्री० [सं० गुठ से] १. कपड़े की बनी हुई छोटी गोली जिसे अंगरखे, कुरते आदि का पल्ला बंद करने के लिए टाँकते हैं। कपड़े का गोल-बटन। गोपक। क्रि० प्र०-खोलना।–टाँकना।–लगाना। २. कपड़े सूत आदि का कोई गोलाकार फुँदना जो शोभा के लिए लगाया जाता है। ३. किसी चीज के सिरे पर बनी हुई गोलाकार छोटी आकृति या रचना। जैसे– हाथ में पहनने के कड़े या जोशन की घुंडी। ४. द्वेष, राग, वैर आदि के कारण मन में रहनेवाली गाँठ या दुर्भाव। मुहावरा– जी या मन की घुंडी खोलना=मन में दबी हुई बात कहकर या रोष प्रकट करके दुर्भाव दूर करना। ५. कोई पेचीली बात। ६. धान का अंकुर जो खेत कटने पर जड़ से फूटकर निकलता है। दोहला। ७. एक प्रकार की घास। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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