शब्द का अर्थ
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क्षेत्रज :
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वि० [सं० क्षेत्र√जन् (उत्पत्ति)+ड] खेत में उत्पन्न होनेवाला। पुं० धर्मशास्त्र के अनुसार बारह प्रकार के पुत्रों में से एक, जो किसी मृत या असमर्थ पुरुष की स्त्री ने दूसरे पुरुष के संयोग से उत्पन्न किया हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
क्षेत्रजा :
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स्त्री० [सं० क्षेत्रज+टाप्] १. सफेद कंटकारी। २. एक प्रकार की ककड़ी। ३. गोमूत्र तृण। ४. शिल्पी नामक काम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
क्षेत्रज्ञ :
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पुं० [सं० क्षेत्र√ज्ञा (जानना)+क] १. क्षेत्र या शरीर का अधिष्ठाता जीवात्मा। २. परमात्मा। ३. किसान। ४. साक्षी। वि० किसी विषय का जानकार। ज्ञाता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |