शब्द का अर्थ
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कूढ़ :
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वि० [सं० कु+ऊह,=कूह० पा० कूथ] जिसकी समझ में कोई बात जल्दी आती ही न हो। बहुत बड़ा ना-समझ या मूर्ख। पुं० [सं० कुष्टि, प्रा० कुड्ढि] १. हल का वह भाग जिसके एक सिरे पर मुठिया और दूसरे सिरे पर खोंपी लगी रहती है। जाँघा। नगरा। हलपत। २. नली के द्वारा खेत में बीज बोने का प्रकार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कूढ़मग्ज :
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वि० [हिं० कूढ़+फा० मगज्] बहुत बड़ा ना समझ या मूर्ख। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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