शब्द का अर्थ
|
अक्रम :
|
वि० [सं० न० ब०] १. जो क्रम से न हो। २. जिसे क्रम से न रखा गया हो। पुं० १. क्रम या सिलसिले का अभाव। क्रम हीनता। २. अव्यवस्था। पुं०=अकर्म (या दुष्कर्म)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अक्रम-सन्यास :
|
पुं० [सं० कर्म० स०] बीच के आश्रमों का अतिक्रमण करके धारण किया जानेवाला सन्यास। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अक्रमातिशयोक्ति :
|
स्त्री० [सं० अक्रम-अतिशयोक्ति, कर्म० स०) साहित्य में अतिशयोक्ति अलंकार का एक भेद जिसमें कारण के आरंभ होते ही कार्य के पूरा हो जाने का उल्लेख होता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |